जुडो तो हरदम उससे जो हर बात से अनजान हो !
उसको गड़ दो येसे जो देश के हित में नाम हो !
हो सकता है वो इंसा कुच्छ पल को बहक गया हो !
हमारी छोटी सी भूल से उसकी सारी जिंदगी न बर्बाद हो !
उसकी गलती तो उसको बाद में सबक सिखाएगी !
हमसे हुई बेरुखी से तो उनकी जान पे बन जाएगी !
विनती है इसलिए युवावर्ग को उस हाल में ना जाने दो !
हर पल इनको प्यार दो , एहसास दो और सम्मान दो !
कोई बाहरी शक्ति इनका दुरपयोग न कर पायेगी !
इनकी तरफ बड़ने से पहले ही थर -थर थराएगी !
मुझको तो इस युवावर्ग पर बहुत ज्यादा विश्वास है !
लगता है जेसे ये सब ही सुख देव, भगत और सरदार हैं !
maine aise hi searching karte karte aapka lekh padha.. bahut achhi vyakhya hai navjawan ki ..
युवा वर्ग जग जाऐं तो बात बनेगी खास।
रचना में जो भाव हैं सुमन सखद एहसास।।
सादर
श्यामल सुमन
www.manoramsuman.blogspot.com
बहुत अच्छा लिखा है| धन्यवाद|
बहुत ही सुन्दर कविता। आपने बहुत ही शिक्षापरक भावोँ को सँजोया कविता मेँ । बधाई! -: VISIT MY BLOG :- ऐ-चाँद बता तू , तेरा हाल क्या हैँ।...........कविता को पढ़कर अपने अमूल्य विचार व्यक्त करने के लिए आप सादर आमंत्रित हैँ। आप इस लिँक पर क्लिक कर सकते हैँ।
सुन्दर अभिव्यक्ति ,शुभ कामनाएं । कुछ हट कर खबरों को पढ़ना चाहें तो जरूर पढ़े - " "खबरों की दुनियाँ"
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मै आप सबकी तहे दिल से शुक्र्गुजार हु की आपने मुझे अपना कीमती समय दिया धन्यवाद !