क्या हम हर किसी को अपना बना सकते है ?
क्या हम अपनी जुबान में मिठास भर सकते है ?
क्या हम अपनी टीम का विश्वास जीत सकते है ?
क्या हम दूसरो की उन्नति को अपनी उन्नति समझ सकते है ?
यदि आपके जवाब सही में हां है तो........
आपको सफलता के शिखर पर पहुचने से कोई नहीं रोक सकता
अगर हम ठान ले और हिम्मत से काम ले तो हम कुच्छ भी कर सकते हैं दोस्त !
हिंदू विवाद और केंद्र सरकार कि किरकिरी