‘‘सच्चाई-निर्भिकता, प्रेम-विनम्रता, विरोध-दबंगता, खुशी-दिल
से और विचार-स्वतंत्र अभिव्यक्त होने पर ही प्रभावी होते है’’
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MOTIVATION

2 comments
क्या हम हर किसी को अपना बना सकते है ?
क्या हम अपनी जुबान में मिठास भर सकते है  ?
क्या हम अपनी टीम का विश्वास जीत सकते है ?
क्या हम दूसरो की उन्नति को अपनी उन्नति समझ सकते है ?
यदि आपके जवाब सही में हां है तो........ 
 आपको  सफलता के शिखर पर पहुचने से कोई नहीं रोक सकता

2 Responses so far.

  1. अगर हम ठान ले और हिम्मत से काम ले तो हम कुच्छ भी कर सकते हैं दोस्त !

  2. Unknown says:

    हिंदू विवाद और केंद्र सरकार कि किरकिरी

 
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