देश के आजाद होने के बाद से कांग्रेस संघ परिवार के पीछे पड़ी है, क्योंकि जैसे-जैसे कोंग्रेस कि पोल खुल रही है वैसे वैसे संघ कि विचारधारा और उसका आधार मज़बूत होता जा रहा है.. और संघ का अंग बीजेपी अपनी जमीन बना रही है ,, जिसके कारण कांग्रेस की नींद उड रही है.. इसलिए बार-बार उसपर प्रतिबंध लगाने की प्लानिंग कि जा रही है और हर बार उन्होंने मुँह की ही खायी है.. इतना सबकुछ इस लिए किया जा रहा रहा है ताकि बीजेपी कि नीव पर चोट कि जाय...
इस बार कांग्रेस ने नया दाँव चला है, एक विचारधारा बनाने कि कोशिश की जा रही है कि संघ आतंकी है.. कांग्रेस के ज्यादातर नेता मीडिया में संघ के साथ कांग्रेस के वृहदहस्थ आतंकी संघठन सिम्मी से तुलना करते नजर आते है.. वो जानते है कि झूठ को भी बार-बार कहा जाए तो एक ना एक दिन लोग ये भूल जाते है कि वो झूठ है, और उसी झूठ को सच मान लिया जाता है.. खैर किसिके मुँह को बंद तो नही किया जा सकता देश में अभिव्यक्ति कि स्वतंत्रता के आधार पर कोई भी कुछ भी बोल सकता है ..
मै भी कुछ भी कह सकता हूँ, मेरे कहने से दो बातें होंगी या तो कांग्रेस वाले मुझे जेल भेज देंगे, या नही भेजेंगे, अगर नही भेजा तो कोई बात नही, पर अगर भेज दिया तो फिर दो बातें होंगी या तो मै जेल में सड़ जाऊँगा, सड़ गया तो क्या हुवा वैसे भी मेरा कोई अस्तित्व नही लेकिन अगर दुसरी बात हुई तो मै मीडिया में छा जाऊँगा और रातोरात सेलिब्रिटी बन जाऊँगा.... और कौन है जो सेलिब्रिटी नही बनना चाहेगा.. राहुल भाई यही तो कर रहे है जी..
मैने मेरा काम कर दिया अब बाकी काम आपका ..
कांग्रेस ऐसा कुटिल संगठन है जो देश को बेचकर खाने के बाद भी हँसता हैं। आपकी बात से सहमत हूँ।
हमे तो एसा लगता है की राजनीति ही अपने आप मै एक बहुत बड़ा उग्रवाद है जो सबको अपनी मुठी मै दबाये रखना चाहता है ! और यही प्रयास उन्हें आतंकवादी बना डालता है ! हम आपकी बात से सहमत हैं !