क्या होता है धरम ? किसका नाम है धर्म ?
मार - धाड़ , छीन - झपट नहीं - नहीं धर्म ये तो नहीं !
अगर हम सच मै जानना चाहतें हैं , कि धर्म क्या है ?
तो हमे मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों मै जाकर देखना होगा !
उस वक़्त लोगों के अन्दर का जूनून ...मदमस्त गूंजती आवाजें !
उस वक़्त कुच्छ भी कर डालने का ज़ज्बा ..........................
हमारे तनबदन को झुमने पर मजबूर कर डालता है !
उस वक़्त हमारी भावना इतनी सच्ची होती है ..............
कि हम कुच्छ भी कर गुजरने को तैयार हो जाते हैं !
काश वो ज़ज्बा ....................हर वक़्त हमारे अन्दर रहे
वही एहसास तो धर्म है जो हमें ...............................
कुच्छ कर गुजरने को कहता है !
जिसमें प्यार , शांति , मोहब्बत ,समर्पण .........
जेसे भाव जगतें हैं जो हमे ........बेसाहारा और दिन - दुखियों
कि सेवा करने को प्रेरित करते हैं !
यही तो है वो प्यारा सा धर्म .........................................
जिसको न समझ पाने कि वजह से...................
हम उसकी तलाश ता उम्र जारी रखतें हैं !
अगर वो एहसास हर समय बना रहे तो ............
हमे धर्म कि परिभाषा जानने कि जरूरत ही न पड़े !
accha lagaa....yah vichaar.....!!!
accha lagaa....yah vichaar.....!!!
kaliyug main dhrm sirf mudda bankar rah gaya hai
देर से आने कि माफ़ी चाहती हु दोस्त !
आप दोनों का धन्यवाद !