मेरी एक इन्डोनेशियाई दोस्त जो की ताइवान में रहती है. फेसबुक पर काफी दिनों से हम दोस्त है. वो मेडिकल फ़ील्ड में है और काफी सुलझी हुई मुस्लिम महिला है. उसे हिंदी नहीं आती और मुझे उसकी भाषा नहीं आती। उसे टूटी फूटी इंग्लिश आती है हम इंग्लिश में ही बात करते है. जब दो देशो के दो अलग-अलग संस्कृति वाले लोग दोस्त बनते है तो सबसे पहले देश-धर्म और संस्कृति पर ही चर्चा होती है.. पिछले दिनों उसने मुझसे एक प्रश्न किया की क्या आपका देश बेहद अश्लील है? मै प्रश्न सुनकर कुछ समझ नहीं पाया तो प्रतिउत्तर में उसीसे ऐसा पूछने का कारन पूछ लिया। मेरे फेसबुक पर इंडिया के बहुत से लड़के दोस्त बने है. मैंने देखा है की जैसे ही कोई हिंदी भाषी मेरा दोस्त बनता है. तो सुरु में तो वह बहुत ही सभ्यता से बात करता है. पर थोड़े ही दिन में उसे यह उम्मीद होने लगती है की मै उनके प्रेम निवेदन को स्वीकार करलू, उन्हें अपने कपडे उतारकर अपना सरीर दिखाऊ। वो मुझे अश्लील फोटो भेजने तक का कहने लगते है।
तुरंत में तो मै थोडा असहज हो गया फिर थोडा सोच समझकर जवाब दिया। पिछले कुछ वर्षो में हमारा देश दो भागो में बट गया है भारत और इंडिया। इंडिया में टीवी के माध्यम से, विदेशी सैलानियों की वजह से विदेशी कुरीतियों का फैलाव हो रहा है. जिसे युवा वर्ग धर्म की तरह अपना रहा है. युवा हमेशा ही नयी चीजे ट्राई करना पसंद करते है. चूँकि यहाँ का युवा वैश्विक संकृति से परिचित नहीं है तो वह जो भी नया देखता है कॉपी कर लेता है. जींस, स्कर्ट, बिकनी, नशा, ब्लू फिल्मे जैसे सौक। लडको के बीच सबसे ज्यादा प्रचलित टॉपिक "लड़की" है. शान इसमें है की किसने कितनी लडकिया पटाई। लाइव इन रिलेशन अब यहाँ का स्थानीय लाइफ स्टाइल हो गया है. पोर्नोग्राफी का असर अभी नया है इसलिए अभी पूरी तरह विदेश पर निर्भर है. सार ये है की यहा का युवा सारी अश्लीलता को विदेश से आते देखता है इसलिए वो हर विदेशी में वही देखता है. वही आपमें देखने की कोशिश होंगी।
मैंने चेताते हुए फिर कहा की इसे ही हमारे देश के युवा का चेहरा न समझले हमारे देश में सांस्कृतिक छरण जरूर हो रहा है पर अभी भी भारतीयता ज़िंदा है. भारत एक संस्कृतिक और सभ्य देश है. यहाँ अश्लीलता के लिए कोई जगह नहीं है। वैसे तो हमारा देश आज़ाद है और हर नागरिक को कुछ भी स्वतंत्रता है. पर भारतीय यूवा अपने आदिकाल से ही अपने धर्म, परम्परावो और अपनी संस्कृति से बंधा हुआ है और यही बेडिया उसे अश्लीलता करने की आजादी नहीं देती। हर चीज के नीयम बने है जिनका पालन हर नागरिक अपने रोजमर्रा के काम की तरह बिना किसी दर- दबाव के करता है। वो पर नारी की इज्जत करता है, माँ बाप की सेवा करता है, धर्म में आस्था रखता है, समाज सेवा करता है, वो देश के विकाश में योगदान देता है. वो विश्व को योग्य और कुशल बिजनेस मेनेजेर्स देता है। चाहे जैसा भी हो हमारा भारत महान है.
ये तो एक विदेशी महिला ने आपसे प्रश्न किया ...पर तब क्या कीजिएगा जब अपने ही पुरुष दोस्त या आज के युवा बिना समझे ...नग्न होने की पेशकश कर देते हैं |बदलाव हुआ है और जरुरत से अधिक हुआ कि लोग अपनी मर्यादा भूल चुके हैं
उन्हें उन्ही की भाषा में समझाना पड़ता है